हमारे आँखों के उपरी हिस्से में मौजूद tear glands जिसे lacrimal gland भी काहा जाता है उस हिस्से पर ही आंसू बनते है। हर एक आँख के ऊपर एक gland मौजूद होती है जो आंसू पैदा करते है।
और ये आंसू आँखों में मौजूद छोटे pipe या duct से बह जाते है। हमारे आँखों के उपरी हिस्से में ऐसे कही सारे tear glands मौजूद होती है।
आँखों में आंसू कहाँ से आते है ? Aankhon Mein Aansu Kyu Aate Hain
हमारे tear ducts में लगातार ही आंसू बनते रहते है ताकि हमारी आँखें साफ़ रह और सुखा ना पड़ जाये। पर हम अपने आँखों से आंसू को लगातार बहते हुए नहीं देख पाते, क्यूंकि जब हम अपने पलके झपकते है तो हम आंसू को पोंछ देते है,
और हमारी आँखें साफ़ हो जाता है। Aankhon Mein Aansu तभी दीखते है जब ये ज्यादा मात्रा में बहते है। और हम आँखों में इसे पकड़ के नहीं रख पाते।
आंसू कैसे बनते हैं ? How Tears Are Formed in Hindi
आंसू नमकीन पानी जैसे पदार्थ से बने होते है। इसमें और भी कई तरह के उपादान मौजूद होते है जो की हमारे आँखों में से bacteria को ख़त्म करते है।
कभी कभी आंसू में proteins मौजूद होते है जिसे हम hormones कहते है। ये तब बहते है जब हमे अपनी परिस्तिथि किसी को समझाना हो।
हम क्यों रोते है ? Why Do We Cry in Hindi
वेज्ञानिक रूप से देखा जाए तो आंसू का बहना हमारी मानसिक स्तिथि को बताता है जिसे हम रोना कहते है।
जैसे हम दर्द, डर, गुस्सा, या ख़ुशी में रोते है। पर जब हमारे आँखों को साफ़ और गीला रखने के लिए आंसू निकलते है तो उसे हम lacrimation कहते है।
जब हम किसी भी मानसिक स्तिथि के वजह से रोते है तब हमारे दिमाग के एक हिस्से जिसे hypothalamus काहा जाता है उसमे हलचल होती है।
इस hypothalamus में से neurotransmitter नामक केमिकल उत्पन्न होती है जो हमारे शारीर के हर हिस्से में फ़ैल जाते है।
और जब हम रोते है तो इसी neurotransmitter में से हमारे tear gland में acetylcholine उत्पन्न होते है। और तभी हमारे मानसिक परिस्थिति के अनुसार हमारे Aankhon Mein Aansu बनते है और बहते है।
कई मानसिक परिश्तितियों में हमारे Aankhon Mein Aansu बह सकते है और हम रोने लगते है। पर बच्चो का रोना बड़ो के रोने से कुछ अलग होता है।
क्यूंकि एकदम छोटे बच्चे जो बात नहीं कर पाते वो अपना हर मन की बात रो कर ही करते है।
जैसे की वो रो कर ही हमे बताते है उन्हें बुख लगी है, दर्द हो रहा है, या थक गया है। पड़ हम बड़े इसलिए रोते है क्यूंकि रोने से मन हल्का होता है और हम अच्छा महसूस करते है।
रोने से हम किसी भी ब्यक्ति को ये बता सकते है की हम कैसा महसूस कर रहे है। और कभी कभी हम किसी और ब्यक्ति को दर्द में रोते देख कर खुद भी रो पड़ते है। इससे हमारे मन में दुसरो के प्रति सदभावना पैदा होता है।
आंसू कितने तरह के होते है ?
आंसू ३ तरह के होते है जो अधिक टार लोग नहीं जानते। तो जन लेट है इसके कारन और फायेदे क्या क्या है।
Basal tears – basal tears हमारे आँखों को साफ़ रखने के लिए बनते है।
Reflex tears – reflex tears तब निकलते है जब हमारे आँखों में कुछ चला जाता है जैसे धुल, धुंया, या फिर प्याज काट ते समय।
Emotional tears – emotional tears हमारे मानसिक स्थिति को बताते है। और हम अपने किसी भी मानसिक स्थिति के उतार चड़ाव के वजह से रोने लगते है। और इस कारन हम इंसान कहलाते है, क्यूंकि इंसान में emotions अधिक मात्रा मे होती है।