Miscarriage Ke Baad Pregnancy in Hindi: कभी कभी महिलाओं का गर्भपात (miscarriage) हो जाता है, और कभी कभी उन्हें किसी खास कारन से गर्भपात ( abortion) करवाने की जरुरत पड़ सकती है।
पर इसके बावजूद कुछ समय बाद एक महिला फिर से गर्भधारण करना चाहती है। पर क्या miscarriage के बाद दोबारा गर्भधारण करने में कोई परेशानी हो सकती है ?
गर्भ पात के बाद दोबारा गर्भधारण करने में अक्सर कोई परेशानी नहीं होती है। और गर्भपात के कुछ हफ्ते बाद ही आप फिर से गर्भधारण कर सकते है। पर आपका दोबारा गर्भधारण करना उसपे निर्भर करता है की miscarriage से पहले आप कितने दिनों तक pregnant थे।
Miscarriage Ke Baad Pregnancy Ki Jankari in Hindi
तो आज इस लेख में हम आपको बातायेगे की गर्भपात (Miscarriage या Abortion) के कितने दिन बाद प्रेगनेंसी आ सकती है।
गर्भपात के कितने दिन बाद आप दोबारा गर्भवती हो सकते है ? Miscarriage Ke Baad Pregnancy Kab Tak Hoti Hai
गर्भपात के साथ ही आपका period (माहवारी) शुरू हो जाती है। और period के ख़त्म होने के लगभग १४ दिन बाद आपका Ovulation (अंडाशय से अंडे का बहार निकलना) हो जाता है।
तो आपके ovulation होने के एक से २ दिन आगे पीछे शारीरिक संमंध ( sex) करने पर आपका दोबारा गर्व्धारण करने की संभावना बना रहता है।
गर्भपात के बाद दोबारा गर्भधारण करने पर भी आपको pregnancy के कुछ आम लक्षण दिखेंगे जैसे स्तनों का भारी हो जाना, कोई कोई चीज ना खा पाना, चक्कर आना या उलटी लगना, थकान महसूस होना, और Period बंद हो जाना।
आप घर पर pregnancy test करके भी पता कर सकते है की आप दोबारा गर्भवती है या नहीं।
गर्भपात के बाद कितने दिनों तक इन्तेजार करके दोबारा गर्भधारण करना चाहिए? Miscarriage Ke Baad Kab Pregnant Hona Chahiye
डॉक्टर गर्भपात के १ से २ हफ्तों तक शारीरिक संमंध (sex) करने से मना करते है ताकि कोई infection ना हो। पर miscarriage के बाद कितने दिन इन्तेजार करके आपको दोबारा गर्भधारण करना है उसकी सलाह आप डॉक्टर से ले सकते है।
सालो पहले डॉक्टर गर्भपात के बाद ३ महीनो तक गर्भधारण ना करने के सलाह देते थे। पर आज के तारीख में ऐसा कोई रोक नहीं है।
तो miscarriage के बाद जब भी आपको लगे की आप शारीरिक और मानसिक रूप से स्वस्थ हो गए है तब आप दोबारा गर्भधारण कर सकते है।
क्या गर्भपात के कारन दोबारा गर्भधारण करने में कोई परेशानी आ सकती है ? Miscarriage Ke Baad Kya Dhyan Rakhna Chahiye
अक्सर गर्भपात के बाद दोबारा स्वाभाविक गर्भधारण करने में कोई परेशानी नहीं होती। पर कभी कभी गर्भपात के बाद दोबारा गर्भधारण करते समय कुछ समस्याएं हो सकती है जैसे वक़्त से पहले ही बच्चे का जन्म हो जाना या फिर बच्चे का वजन बहुत ज्यादा कम होना। पर ये समस्याएं उस पर निर्भर करते है की आपका गर्भपात किस तरह हुआ।
गर्भपात (abortion) करवाने के २ तरीके –
- Medical Abortion ( दवाई के इस्तेमाल से गर्भपात ) – Medical abortion pregnancy के शुरुआत के महीनो में किया जा सकता है। इसमें दवाई के इस्तेमाल से गर्व में मौजूद भ्रूण को नष्ट कर दिया जाता है। पर दवाई के इस्तेमाल से गर्भपात करवाने के कारन दोबारा गर्भधारण करते समय कुछ समस्याएं हो सकती है जैसे ectopic pregnancy ( गर्भाशय के बदले fallopian tubes में बच्चे का बढना), miscarriage हो जाना, जन्म के बाद बच्चे का वजन बहुत कम होना, समय से पहले ही बच्चे का जन्म हो जाना।
- Surgical Abortion – Surgical abortion में operation करके भ्रूण को नष्ट किया जाता है। कभी कभी surgical abortion के कारन आपके गर्भाशय में कुछ घाव बन जाते है, जिस कारन miscarriage के बाद आपको दोबारा गर्भधारण करने में परेशानी हो सकती है। अगर आपको किसी कारन गर्भपात करवाने की जरुरत पड़े तो हमेशा एक licensed और अनुभवी डॉक्टर से ही करवाएं।
तो ये था आपके लिए miscarriage ke baad pregnancy की जानकारी। वैसे तो गर्भपात के एक महीने बाद ही आप दोबारा गर्भधारण कर सकते है, पर ये आपकी मानसिक और शारीरिक स्थिति पर निर्भर करता है।
गर्भपात के बाद दोबारा स्वस्थ तरीके से गर्भधारण करने के लिए और एक स्वस्थ बच्चे को जन्म देने के लिए डॉक्टर की सलाह जरुर ले।